Rahul Gandhi Hinduism Statement in Lok Sabha: लोकसभा में 1 जुलाई को राहुल गांधी द्वारा हिंदुओं को लेकर दिए गए बयान के बाद पूरे देश में उबाल आ गया है। धर्मनगरी हरिद्वार के संत भी राहुल के बयान से काफी नाराज हैं। संतों ने एक ओर जहां राहुल गांधी से सार्वजनिक रूप से माफी मांगने की मांग की है तो वहीं राष्ट्रपति से उनकी संसद सदस्यता समाप्त करने की मांग की है। यही नही, संतों में रोष इस कदर है कि उन्होंने राहुल गांधी को मानसिक रूप से बीमार बताते हुए उनके इलाज की बात कही है।
Hinduism Statement पर हिंदुओं से माफी मांगे Rahul Gandhi : संत
मंगलवार को हरिद्वार के प्राचीन अवधूत मण्डल आश्रम में पत्रकारों से वार्ता करते हुए बड़ा उदासीन अखाड़ा के महामंडलेश्वर स्वामी रूपेंद्र प्रकाश ने जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर स्वामी प्रबोधानंद के साथ प्रेस वार्ता करते हुए राहुल गांधी के द्वारा हिंदुओं को लेकर संसद में दिए बयान पर अपना रोष प्रकट किया। उन्होंने कहा कि राहुल को हिंदुओं को हिंसक बताए जाने के अपने बयान पर सभी हिंदुओं से सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी चाहिए।
Rahul Gandhi Hinduism Statement: हमेशा से हिंदू विरोधी रही है कांग्रेस
संतों ने कहा कि कांग्रेस हमेशा हिंदू विरोधी रही है। उसने आपातकाल लगाकर हजारों सिख-हिंदुओं की हत्या करवाई। वह विदेशी षड्यंत्र के चलते हिंदुओं को निशाना बना रही है। संतों ने मांग की है कि सरकार को चाहिए कि वह इस बात की सीबीआई जांच करे कि आखिर कांग्रेस और राहुल गांधी किसके इशारे पर हिंदू विरोधी गतिविधि कर रहे हैं।
राहुल गांधी अपना इलाज कराएं: संत
यही नहीं, संतों ने राहुल गांधी को मानसिक रूप से बीमार बताते हुए उनके इलाज की भी बात कही। प्रेस वार्ता में संतों ने राहुल गांधी के खानदान पर भी हिंदू होने पर सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी का परिवार हिंदू नहीं है, जिस कारण से ही वह बार-बार हिंदू विरोधी बयान देते हैं।