Roorkee News: उत्तराखंड के रुड़की के भगवानपुर थाना क्षेत्र में दूल्हे राजा और उसके परिजनों को दुल्हन पक्ष के लोगों द्वारा बंधक बनाने का मामला सामने आया है। दूल्हे पक्ष की तरफ से दहेज में 15 बीघा जमीन मांगने को लेकर मामला बिगड़ गया। बताया गया है कि दुल्हन के माता-पिता भी नहीं हैं। उसकी शादी उसके ताऊ जी कर रहे थे। हालांकि, कई घंटों तक दूल्हा और दुल्हन पक्ष के लोगों के बीच तीखी नोकझोंक भी हुई, लेकिन इसके बाद दूल्हा पक्ष की तरफ से 20 लाख रुपये में फैसला हुआ और बारात वापस लौट गई।
दूल्हे को कार खरीदने के लिए मिले थे 19 लाख रुपये
जानकारी के मुताबिक, मंगलौर कोतवाली क्षेत्र के एक गांव निवासी युवक का रिश्ता भगवानपुर थाना क्षेत्र के एक गांव में हुआ था। वहीं, 25 अप्रैल को दूल्हा बारात लेकर पहुंचा। हालांकि, दुल्हन पक्ष की तरफ से हैसियत के हिसाब से तीन दिन पूर्व दहेज का पूरा सामान भी भेज दिया गया था। दूल्हे की पसंद की कार खरीदने के लिए 10 लाख रुपये नकद भी दिया गया था। इन पैसों से दूल्हे ने स्विफ्ट कार भी खरीदी।
दूल्हे पक्ष को पसंद नहीं आया दहेज का सामान
बताया गया है कि दहेज में दिया गया कुछ समान दूल्हे पक्ष को पसंद नहीं आया, जिस पर दुल्हन के परिजनों ने वह सामान बदलकर दूसरा भेज दिया। वहीं, गुरुवार को दूल्हे पक्ष के लोग बारात लेकर दुल्हन के घर पहुंचे। बताया गया है कि निकाह पढ़ने से पहले दूल्हे पक्ष ने दहेज में 15 बीघा जमीन की मांग कर दी, जिस पर दुल्हन के परिवार के लोगों को गुस्सा आ गया और बात बिगड़ गई। दोनों पक्षों में तीखी नोकझोंक होने लगी। इसके बाद दुल्हन के परिजनों ने निकाह से इनकार कर दिया।
दूल्हे को पिता को चारपाई पर लेटाया
मामला इतना बढ़ा कि दुल्हन पक्ष के लोगों ने दूल्हे के पिता को चारपाई पर लेटाया और कमरे के अंदर ले गए। वहीं, सूचना पर पहुंची पुलिस और गांव के लोगों ने किसी तरह से मामला शांत कराया। इसके बाद, दुल्हन पक्ष के लोगों ने शादी में हुए खर्च की दूल्हे पक्ष से मांग कर दी। इसके बाद फैसले में दूल्हे पक्ष की तरफ से 20 लाख रुपये देना तय किया गया, जिसके बाद दूल्हे राजा अपनी बारात लेकर बिना दुल्हन के ही वापस लौट गए। भगवानपुर थानाध्यक्ष सूर्य भूषण नेगी का कहना है कि अगर मामले में तहरीर मिलती है तो कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।