लोकसभा चुनाव के बीच उत्तराखंड में बीजेपी के सदस्यता अभियान ने कांग्रेस की कमर तोड़ कर रख दी है। कांग्रेस पहले झटके से उबर भी नहीं पाई थी कि संतों ने उसे दूसरा तगड़ा झटका दे दिया है। धर्मनगरी हरिद्वार में कांग्रेस एक बार फिर तिलमिला गई है। नेता तो नेता अब साधु संत भी कांग्रेस का हाथ छोड़ने लगे हैं। लंबे समय से कांग्रेस की विचारधारा से जुड़े रहे संतों ने भी इस बार बीजेपी का दामन थाम लिया है। हरिद्वार में सदस्यता अभियान के तहत इन संतों को पार्टी में शामिल कराया गया। बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने कांग्रेस छोड़ पार्टी में आए नेताओं और संतों को टोलफ्री नंबर पर मिस कॉल करवाकर बीजेपी की सदस्यता दिलाई। इस मौके पर हरिद्वार लोकसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी त्रिवेंद्र सिंह रावत भी मौजूद रहे।
ये लोग हुए कांग्रेस में शामिल
हरिद्वार को संतों का गढ़ कहा जाता है। यहां जिसे संत समाज का साथ मिलता है उसकी जीत भी सुनिश्चित हो जाती है। बीजेपी ने इस बार कांग्रेस के संतों में सेंध लगा दी है। कई संत कांग्रेस छोड़कर बीजेपी के साथ आए गए हैं। इसके अलावा हरीश रावत के करीबी रहे कई नेताओं को भी बीजेपी में शामिल करा लिया गया है। कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल होने वाले नेताओं में कांग्रेस सेवा दल के प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व राज्य मंत्री राजेश रस्तोगी, हरीश रावत के पूर्व OSD रहे पुरषोत्तम शर्मा, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष राजेंद्र चौधरी और चेतन ज्योति आश्रम के स्वामी ऋषिश्वरानंद का नाम शामिल है।
इसके अलावा बीजेपी में बड़ी संख्या में संत भी शामिल हुए। बीजेपी का दामन थामने वाले पुरषोत्तम शर्मा ने कहा की पार्टी की रीति और नीति से प्रभावित होकर वो बीजेपी ज्वॉइन कर रहे हैं।
सदस्यता अभियान से पहले बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष महेंद्र भट्ट और हरिद्वार से बीजेपी प्रत्याशी त्रिवेंद्र सिंह रावत चेतन ज्योति आश्रम पहुंचे जहां उन्होंने गौ पुजन किया। महेंद्र भट्ट ने पार्टी में शामिल होने वाले संतों और कार्यकर्ताओं का स्वागत करते हुए कहा कि पूरे देश में इस समय कांग्रेस में असंतोष है। साथ ही उन्होंने उत्तराखंड की पांचों सीटों पर कमल खिलाकर जीत की हैट्रिक लगाने का दावा किया।
जेपी नड्डा भी करेंगे हरिद्वार का दौरा
कांग्रेस के हाथ छोड़ने का सिलसिला यहीं नही रुकने वाला। दो दिन बाद बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा भी हरिद्वार पहुंच रहे हैं। प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट के मुताबिक पांच अप्रैल को जेपी नड्डा कांग्रेसी संतों की बड़ी फौज को बीजेपी में शामिल कराने जा रहे हैं। हरिद्वार के आर्यनगर चौक से ऋषिकुल ग्राउंड तक जेपी नड्डा का रोड शो होगा। यहां वो ना सिर्फ चुनाव प्रचार करेंगे बल्कि मां माया देवी दर्शन के बाद संत समाज के साथ संवाद भी करेंगे। जूना अखाड़े में ये संवाद कार्यक्रम होने वाला है। माना जा रहा है कि इस कार्यक्रम के दौरान भी संत समाज के लोग बीजेपी का दामन थाम सकते हैं।
मोदी सरकार ने देश की जनता से राममंदिर बनवाने का वादा किया था। 2024 लोकसभा चुनाव से पहले बीजेपी ने अपना ये वादा पूरा भी कर दिया, जिसके बाद पूरा संत समाज बीजेपी के समर्थन में आ गया हैं। इसकी झलक अयोध्या में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के दौरान देखने को मिली थी। बीजेपी हिंदुत्व की विचारधारा पर चलने वाली पार्टी है। मोदी सरकार ने देश के तमाम तीर्थ स्थलों और बड़े मंदिरों के कायाकल्प का काम किया है। साथ ही सनातन की विचारधारा को भी मजबूत करने का काम किया जा रहा है। केंद्र की मोदी सरकार और बीजेपी के इस काम से संत समाज बेहद उत्साहित है। यही वजह है कि अब संत समाज चुनाव में भी बीजेपी का खुला समर्थन कर रहा है, जो संत कभी कांग्रेस के साथ हुआ करते थे वो भी अब बीजेपी में शामिल हो रहे हैं।