Daksheshwar Temple Kankhal: हिंदू धर्म का पवित्र महीना सावन आज से शुरू हो रहा है। इस बार सावन माह सोमवार के दिन से शुरू हो रहा है और सोमवार के दिन ही खत्म होगा। आज का दिन शिव भक्तों का दिन माना जाता है। ऐसी मान्यता है कि शिव को सोमवार का दिन सबसे ज्यादा प्रिय होता है, इसलिए इस दिन शिव की भक्ति और उनका जलाभिषेक करने पर शिव की कृपा भक्तों को मिलती है। हरिद्वार के कनखल क्षेत्र का महत्व भगवान शिव से जुड़ा हुआ है। कनखल क्षेत्र महादेव और सती की दिव्य प्रेम कहानी का साक्षी है, इसलिए यहां की पूजा का विशेष महत्व है। सावन के पहले सोमवार को कनखल के दक्षेश्वर महादेव मंदिर में श्रद्धालुओं की लम्बी कतारें लगी हुई हैं।
सावन महीने में अपनी ससुराल कनखल में निवास करते हैं शिव
हिंदू धर्म में ऐसी मान्यता है कि शिव सावन के पूरे महीने अपनी ससुराल कनखल में ही निवास करते हैं और यहीं से सृष्टि का संचालन और लोगों का कल्याण करते हैं। हरिद्वार के शिव मंदिरों में भगवान शिव का जलाभिषेक करने के लिए श्रद्धालुओं का तांता लगा हुआ है और शिव भक्त भोले के जयकारों के साथ जलाभिषेक कर रहे हैं।
शिव के जलाभिषेक का है खास महत्व(Daksheshwar Temple Kankhal)
सावन के पहले सोमवार पर शिव की ससुराल कनखल के दक्षेश्वर महादेव मंदिर में श्रद्धालुओं की लम्बी कतारें लगी हुई हैं।मान्यता है कि सावन के पूरे एक महीने शिव कैलाश पर्वत से आकर अपनी ससुराल कनखल में ही निवास करते है। इसलिए कनखल के दक्षेश्वर मंदिर में शिव का जलाभिषेक का खास महत्व है।
सबकी मनोकामनाएं पूर्ण करते हैं शिव (Daksheshwar Temple Kankhal)
सावन के महीने में शिव का जलाभिषेक करने से शिव सभी मनोकामनाएं पूरी करते हैं। हरिद्वार में इन दिनों कांवड़ यात्रा चल रही है। हरिद्वार के सभी शिव मंदिरों में जलाभिषेक करने के लिए श्रद्धालुओं की लम्बी कतारें लगी हुई हैं। कांवड़िये भी आज बड़ी संख्या में शिव का जलाभिषेक कर रहे हैं।