Wild Elephants Created Havoc: तराई के जंगलों में इन दिनों हाथियों का आतंक जारी है। हाथी जंगलों से निकलकर आबादी वाले इलाकों में पहुंच रहे हैं। हाथी फसलों को भारी नुकसान पहुंचाने के साथ-साथ लोगों पर भी हमला बोल रहे हैं।
तराई पूर्वी वन प्रभाग के गौला रेंज अंतर्गत हाथियों के झुंड ने रात में हल्दूचौड़ क्षेत्र के ग्रामीण इलाकों में जमकर तांडव मचाया। हाथियों ने ग्रामीणों की फसलों को जमकर नुकसान पहुंचाया। साथ ही आधा दर्जन लोगों की घरों की चार दिवारी और गेट को भी तोड़ डाला।
सूचना के बाद मौके पर पहुंची वन विभाग की टीम ने हाथियों को भगाने का काम किया। हाथियों के आतंक से ग्रामीण इलाकों में लोगों में दहशत व्यापत हैं।
मिली जानकारी के अनुसार जंगली हाथियों का झुंड बीती रात लगभग 10 बजे बबूर गुम्टी गांव में घुस गया। हाथियों के झुंड ने लगभग आधा दर्जन से अधिक घरों की दीवारें एवं गेट क्षतिग्रस्त कर दिए।
इस दौरान हाथियों के तांडव को देखकर ग्रामीणों ने वन विभाग को सूचना दी। सूचना मिलने पर वन विभाग के कर्मचारी मौके पर आए, परंतु वह भी हाथी को नहीं भगा सके। काफी देर तक पटाखे फोड़ने के बावजूद हाथी नहीं भागे।
कुछ देर बाद सुबह होते ही खुद ही हाथियों का झुंड हाईवे पार करके टांडा के जंगल को चला गया। जिन ग्रामीणों का अत्यधिक नुकसान हुआ है उनमें गोपाल दत्त भट्ट, शेखर भट्ट, शुभम वर्मा, कपिल पंडित, राजेंद्र पांडे सहित आधा दर्जन से अधिक ग्रामीण शामिल है।
ग्रामीणों ने वन विभाग से हाथियों से निजात दिलाने व हाथियों द्वारा किए गए नुकसान की भरपाई करने की मांग की है।
वन क्षेत्राधिकारी चंदन सिंह अधिकारी ने बताया कि वन विभाग हाथियों को गांव की ओर जाने से रोकने के लिए आवश्यक कदम उठा रहा है।
इसके लिए टीम का गठन किया गया है जो कि निरंतर हाथियों पर नजर बनाए हुए है। उन्होंने कहा कि जिन लोगों को नुकसान हुआ है, उनको मुआवजा दिलाया जाएगा।
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