Waterlogging Due To Rain: हल्द्वानी और उसके आसपास के क्षेत्र में पिछले 24 घंटे से हुई बारिश के बाद जो हालात बने हैं, वह सिस्टम के दावों की हवा निकालने के लिए काफी हैं। पहले से मानसून की तैयारी के दावे करने वाले प्रशासन की पहली बारिश में ही पोल खुल गई है। हल्द्वानी में हुई बारिश का असर यह हुआ कि गौजा जाली से लेकर गोरापड़ाव तक पानी की निकासी नहीं होने के चलते लोगों के घरों में और खेतों में गंदा पानी, प्लास्टिक और कूड़ा कचरा भर गया।
उप जिला अधिकारी परितोष वर्मा ने टीम सहित पहुंचकर पानी की निकासी खुलवाई। उधर भारी बारिश की चेतावनी को देखते हुए कुमाऊं कमिश्नर में सभी जिला अधिकारियों को अलर्ट पर रहने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि बारिश के दौरान सभी नालों को लगातार साफ रखने को कहा गया है, जिससे जल भराव की समस्या पैदा ना हो, ऐसे कच्चे और सूखे पेड़ जो आंधी तूफान के दौरान गिर सकते हैं, उनको जल्द से जल्द हटाने के निर्देश दिए गए हैं।
कुमाऊ कमिश्नर ने जर्जर स्कूल भवनों का चिन्हिकरण करने के निर्देश दिए हैं, जिससे भारी बारिश के दौरान किसी भी तरह की जनहानि ना हो। इसके अलावा आपदा से संबंधित उपकरणों को 24 घंटे तैयार रखने और आपदा के दौरान बंद सड़कों को तुरंत खोलने के दिशा निर्देश दिए गए हैं। कुमाऊं कमिश्नर ने नालों के नजदीक पुलिस कर्मियों की तैनाती के निर्देश दिए हैं, जिससे किसी भी प्रकार का हादसा होने से रोका जा सके।
रामनगर तराई रेंज में भरा पानी, सफारी करने गए टूरिस्टों को हुई दिक्कत
रामनगर तराई रेंज के फाटो जोन में बारिश का पानी भरने से सफारी करने गए टूरिस्ट को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। गांव से फाटो जोन के बीच के रास्ते में काफी पानी भर जाने से इस स्थान पर गाड़ियां निकालने में कुछ दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
वहीं रामनगर डीएफओ प्रकाश चंद्र का कहना है कि सोशल मीडिया पर जो वीडियो वायरल हो रहा है उसमें कोई सच्चाई नहीं है। इस रास्ते में अक्सर पानी आ जाता है क्योंकि जंगल होने की वजह से इतना पानी अक्सर चलता रहता है, साथ ही उन्होंने कहा कि अब फिलहाल इस गेट को बंद करने का फैसला लिया गया है और अब यह बरसात समाप्त होने के बाद ही सितंबर के आसपास खोला जाएगा।
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