Land Law Movement In Uttarakhand: लोकसभा चुनाव 2024 खत्म होने के बाद एक बार फिर से प्रदेश में भू-कानून के लिए आंदोलन शुरू होने जा रहा है। आज शहीद स्मारक पर भू-कानून समिति के कार्यकर्ताओं की एक बैठक हुई, जिसमें भू-कानून के लिए दोबारा से आंदोलन शुरू करने की बात कही गई। भू-कानून समिति की पदाधिकारी मीनाक्षी घिलडलियाल ने बताया कि चुनाव से पहले जिस प्रकार से भू-कानून और मूल निवास को लेकर आमजन संघर्षरत हुआ था, उसको हम सभी ने देखा। लोगों का मानना है कि प्रदेश के अंदर आज भू-कानून और मूल निवास की सख्त जरूरत है। इसलिए अब फिर से हम दोबारा से जनता के बीच जाएंगे और जनता को बताएंगे कि क्यों हमें आज मूल निवास की जरूरत है।
लोकसभा चुनाव पर भी पड़ा आंदोलन का इफेक्ट (Land Law Movement Uttarakhand)
मीनाक्षी घिलडलियाल ने कहा कि उन लोगों ने देखा कि इन आंदोलनों का इफेक्ट जो है, वो लोकसभा चुनाव पर भी पड़ा है। हमने देखा कि भारतीय जनता पार्टी के जो वोट शेयर हैं, वो काफी कम हुए हैं। इसका एकमात्र कारण यह है कि सरकार इन मुद्दों को लेकर बिल्कुल भी सीरियस नहीं है। हम लोगों ने देखा कि भू-कानून को लेकर कमेटी बनाई गई, लेकिन उस कमेटी का अभी तक कोई रिजल्ट सामने नहीं आया। इन सब चीजों को लेकर हम जनता के बीच एक बार फिर जाएंगे और फिर से जनता को इसके लिए जागरूक करेंगे।
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हमें जनता का समर्थन मिलेगा: घिलडलियाल
घिलडलियाल ने कहा कि हमें पूरा यकीन है कि हमें जनता का समर्थन मिलेगा। एक बार फिर मूल निवास और भू-कानून की लड़ाई उसी तर्ज पर लड़ी जाएगी, जिस प्रकार से चुनाव से पहले हम लोग आंदोलनरत थे।
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