Students Gave Teachers Feedback: उत्तराखंड तकनीकी विश्वविद्यालय यानी यूटीयू ने एक नई पहल की है। इस पहल के तहत 22079 छात्रों से उन्हें पढ़ाने वाले टीचर्स का ऑनलाइन फीडबैक लिया गया, जिसमें 382 शिक्षक फेल हो गए। ये टीचर्स उत्कृष्टता की कसौटी पर खरे नहीं उतर सके। यूटीयू ने 41 अलग-अलग बिंदुओं पर तीन श्रेणी में फीडबैक लिया।
गौरतलब है कि यूटीयू और उससे संबद्ध सभी तकनीकी संस्थानों के छात्रों से 4 महीने पहले फीडबैक मांगा गया था। छात्र अपनी उत्तर पुस्तिका तभी देख सकते थे, जब वे फीडबैक देते थे।
23 शिक्षकों को मिले 50 फीसदी या इससे कम अंक
फीडबैक में 382 शिक्षक उत्कृष्टता की श्रेणी यानी 80 फीसदी अंक नहीं हासिल कर पाए। इनमें से 23 शिक्षकों को 50 फीसदी या इससे कम अंक मिले। इसके अलावा, 807 शिक्षक ऐसे हैं, जिन्हें 80 से 90 फीसदी के बीच अंक हासिल हुए हैं।
छात्रों के फीडबैक में 455 शिक्षकों को 90 से 99 फीसदी अंक मिले। वहीं, 84 शिक्षकों ने 100 में से 100 अंक हासिल किए।
UTU के कुलपति ने क्या कहा?
यूटीयू के कुलपति प्रोफेसर ओंकार सिंह ने बताया कि 80 फीसदी से कम अंक लाने वाले शिक्षकों को अपने शिक्षण में सुधार करना होगा। वहीं, 70 प्रतिशत से कम अंक पाने वाले शिक्षकों को सभी 41 पहलुओं पर फोकस करना जरूरी है। इसके अलावा, ऐसे शिक्षक, जो 50 फीसदी से कम अंक लाने वालों को विशेष सुधार की जरूरत है।
शिक्षकों से 6 श्रेणियों के अंतर्गत जो 41 सवाल पूछे गए, उनमें शिक्षकों का अनुशासन के प्रति जोर, शिक्षण मैथेडोलॉजी, प्रयोगात्मक कार्यप्रणाली, विषय की गहन जानकारी, शिक्षक का व्यवहार, कक्षा में उपस्थिति, शिक्षक का आत्मविश्वास और नवीन शिक्षण विधियों का इस्तेमाल आदि शामिल है।
छात्रों को चार में से एक विकल्प चुनने को कहा गया
छात्रों को इन बिन्दुओं पर फीडबैक देने के लिए चार विकल्पों में से एक को चुनना था। इन विकल्पों में सर्वश्रेष्ठ, अच्छा, सामान्य और खराब का विकल्प शामिल है। इसके आधार पर कम्प्यूटर पर स्टेटिस्टिक्स तैयार किया। फिर इसके आधार पर शिक्षकों को नंबर दिए गए।