Uttarakhand’s 9 Women Held Hostage in Myanmar: उत्तराखंड के 15 से अधिक पुरुषों का थाइलैंड से अपहरण कर लिया गया। इनका पता लगाने की कोशिश की जा रही है। इसी बीच, अब खबर सामने आ रही है कि प्रदेश की 9 महिलाओं का भी अपहरण किया गया है। ये महिलाएं उन 11 भारतीय महिलाओं में शामिल हैं, जिनका पिछले महीने अपहरण किया गया था।
बताया जा रहा है कि अपहरण किए गए पुरुषों को चीनी संचालकों द्वारा म्यांमार में स्कैम कॉल सेंटर में काम करने के लिए मजबूर किया जा रहा है। परिजनों का कहना है कि उन्हें लुभावनी नौकरी का झांसा देकर थाइलैंड ले जाया गया था।
Uttarakhand Women Held Hostage: थाइलैंड से म्यांमार ले जाया गया
मिली जानकारी के मुताबिक, थाईलैंड से महिलाओं को अगवा कर उन्हें म्यामांर के म्यावड्डी ले जाया गया था। यहां उन्हें साइबर क्राइम सेंटर में काम करने के लिए मजबूर किया गया। यह मामला ऐसे समय में सामने आया है, जब भारतीय दूतावास की तरफ से 19 जुलाई को म्यांमार से 11 भारतीयों की रिहाई के बारे में पोस्ट किया किया गया था।
Uttarakhand Women Held Hostage: राज्य सरकार ने क्या कहा?
मामले में उत्तराखंड के गृह सचिव शैलेश बगौली ने कहा कि राज्य सरकार विदेश मंत्रालय के अधिकारियों के साथ लगातार संपर्क में है। म्यांमार में बंधक बनाए गए उत्तराखंड के लोगों के बारे में विदेश मंत्रालय को अवगत करा दिया गया है। हम अपहरण की गई 9 महिलाओं के बारे में भी जानकारी इकट्टा कर रहे हैं। हम उन्हें जल्द से जल्द छुड़ाने का प्रयास कर रहे हैं।
महिलाओं को निर्वस्त्र कर पीटा
बंधक बनाए गए लोगों के परिजनों का कहना है कि अपहरण करने वालों ने महिलाओं को निर्वस्त्र कर बेरहमी से पीटा है। उन्हें दर्दनाक यातनाएं दी जा रही हैं। उनकी चीखें सुनकर शरीर में सिहरन पैदा हो जाती है। अपहरणकर्ता महिलाओं को देह व्यापार में धकेलने की धमकी दे रहे हैं।
परिजनों से सरकार से की रिहाई की मांग
परिजनों ने मांग की है कि सरकार को म्यांमार , लाओस और कंबोडिया जैसे देशों में ऐसे सेंटरों में बंद सभी भारतीयों की रिहाई के लिए प्रयास करना चाहिए। कुछ दिन पहले ही अपहरणकर्ताओं ने एक बांग्लादेशी नागरिक समेत कुछ लोगों की हत्या कर दी थी।
प्रीति सूदन कौन हैं, जिन्हें बनाया गया UPSC का नया चेयरमैन
थाइलैंड में किया गया अगवा
मिली जानकारी के मुताबिक, उत्तराखंड के 20 लोगों को मई में थाइलैंड में अगवा कर लिया गया। फिर उन्हें बंदूक की नोंक पर म्यांमार ले जाया गया। यहां उन्हें स्कैम कॉल सेंटर में धकेल दिया गया। सभी लोगों को नौकरी का झांसा देकर थाइलैंड ले जाया गया था। हालांकि, बाद में उन्हें बताया गया कि उनका काम लोगों को ठगने का रहेगा।