Coaching Centres Investigation in Uttarakhand: दिल्ली के कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में पानी भरने से तीन बच्चों की मौत होने के बाद उत्तराखंड सरकार ने कोचिंग सेंटरों के लिए निर्देश जारी किए हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी व आवास मंत्री डॉ प्रेमचंद अग्रवाल के आदेश के बाद इन पर कार्रवाई शुरू हो गई है। इस तरह की घटनाओं के प्रभावी रोकथाम के लिए जनपदवार कमेटी का गठन कर दिया गया है। यह कमेटी प्रदेश के समस्त जनपदों में संचालित विभिन्न कोचिंग संस्थानों के सुरक्षा मापदंडों की जांच करेगी।
Coaching Centres Investigation: दो सप्ताह में रिपोर्ट सौंपेगी जांच कमेटी
जांच कमेटी में समस्त विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष को अध्यक्ष बनाया गया है। नगर आयुक्त/अधिशासी अधिकारी को सदस्य बनाया गया है। जिला अधिकारी द्वारा नामित अधिकारी को सदस्य बनाया गया है। जिला अग्निशमन अधिकारी को सदस्य बनाया गया है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक / पुलिस अधीक्षक द्वारा नामित अधिकारी को सदस्य बनाया गया है। यह जांच समिति दो सप्ताह में आवास विभाग को रिपोर्ट उपलब्ध कराएगी।
Coaching Centres Investigation: इन 6 बिंदुओं पर मांगी गई रिपोर्ट
- कोचिंग संस्थानों के विधिवत निबन्धन की स्थिति।
- सुरक्षा मानकों के अनुपालन की स्थिति।
- भवन निर्माण एवं विकास उपविधि के अनुपालन की स्थिति।
- फायर एग्जिट की व्यवस्था।
- कोचिंग संस्थानों में प्रवेश एवं निकास की पर्याप्त व्यवस्था।
- आकस्मिक स्थिति से निपटने हेतु पर्याप्त सुरक्षा उपायों की व्यवस्था ।
अपर सचिव आवास अतर सिंह और एमडीडीए (मसूरी देहरादून विकास प्राधिकरण) के उपाध्यक्ष बंशीधर तिवारी ने नियमों का पालन न करने वाले के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। एमडीडीए के उपाध्यक्ष बंशीधर तिवारी ने बताया कि एमडीडीए और पुलिस विभाग ने संयुक्त चेकिंग कार्रवाई शुरू कर दी है। नियमों का पालन न करने वाले कोचिंग सेंटरों को नोटिस जारी कर कार्रवाई की जाएगी।
भारी बारिश के चलते केदारनाथ यात्रा स्थगित, सड़क पर आए बड़े-बड़े बोल्डर
Delhi Coaching Centre Case से सरकार ने लिया सबक
बता दें कि कुछ दिन पहले दिल्ली के एक कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में पानी भरने की घटना के बाद तीन छात्रों की मौत हो गई। ऐसी घटना उत्तराखंड में न हो, इसके लिए कोचिंग सेंटर पर अभियान शुरू किया गया है। आवास मंत्री डॉ प्रेमचंद अग्रवाल ने सख्त निर्देश देते हुए कहा कि प्रदेश के कोचिंग सेंटर में मानक अनुसार कार्य नहीं होने पर तत्काल कार्रवाई करें। उन्होंने निर्देशित करते हुए कहा कि बेसमेंट में सुरक्षा उपाय और आपदा के समय निकासी जैसे अन्य आवश्यक कार्य न होने पर कोचिंग सेंटर के खिलाफ कार्रवाई की जाए। डॉ अग्रवाल ने यह भी कहा कि जिनमें कार्रवाई की जा रही है, उन पर शीघ्र कार्रवाई की प्रक्रिया को अमल में लाएं।