Teachers Hunger Strike in Dehradun: उत्तराखंड में शिक्षक अब सरकार से आर-पार की लड़ाई के मूड में आ गए हैं। शिक्षा निदेशालय पर उनका अनशन गुरुवार को भी जारी रहा। अब शिक्षकों ने 14 सितंबर (शनिवार) से भूख हड़ताल शुरू करने का एलान किया है।
टिहरी और चंपावत के शिक्षकों ने दिया धरना
टिहरी और चंपावत के शिक्षकों ने गुरुवार को निदेशालय पर धरना दिया। राजकीय शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष राम सिंह चौहान ने बताया कि शनिवार से शिक्षक भूख हड़ताल शुरू करेंगे। अगर इस पर भी प्रधानाचार्य की विभागीय सीधी भर्ती रद्द नहीं होती तो 16 सितंबर से पूर्ण कार्यबहिष्कार होगा।
परीक्षा निरस्त नहीं होने पर जारी रहेगा धरना
राम सिंह चौहान ने बताया कि अगर परीक्षा निरस्त नहीं होती तो धरना जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि सरकार ने भर्ती को स्थगित तो कर दिया, लेकिन न ही संघ को इसकी जानकारी दी और न ही कोई समझौता किया। जब तक शत प्रतिशत प्रमोशन और वर्तमान सीधी भर्ती पर पुनर्विचार का लिखित आश्वासन नहीं देती, धरना जारी रहेगा।
माध्यमिक शिक्षा के अपर निदेशक डॉ मुकुल कुमार सती ने फोन पर राम सिंह चौहान से बात की और कहा कि सरकार ने भर्ती को स्थगित कर दिया है। इसलिए शिक्षकों को अब धरना स्थगित कर काम पर वापस लौट जाना चाहिए। हालांकि, चौहान ने लिखित आश्वासन के बिना धरना बंद करने से इनकार कर दिया।
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परीक्षा समर्थकों ने शिक्षक संघ की मांग का किया विरोध
वहीं, शिक्षक संघ की मांग के विरोध में परीक्षा समर्थक शिक्षक खुलकर आगे आ गए हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानाचार्य के 50 फीसदी रिक्त पदों को सीधी भर्ती से भरने का फैसला न केवल शिक्षकों, बल्कि स्कूल और छात्रों के हित में भी है।
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परीक्षा समर्थकों के प्रतिनिधि का कहना है कि प्रधानाचार्य भर्ती में एलटी शिक्षकों को शामिल करने की मांग उचित है, लेकिन भर्ती को निरस्त करने की मांग शिक्षक संघ की हठधर्मिता और छात्र शिक्षा हित की अनदेखी करना है।