Satpal Maharaj Son Tender Case: उत्तराखंड के पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज के बेटे द्वारा टिहरी झील में क्रूज चलाने को लेकर डाले गए टेंडर का मामला लगातार तूल पकड़ता जा रहा है। विपक्षी दल इसे भ्रष्टाचार से जुडा हुआ विषय बता रहे हैं।
‘भाजपा सरकार में भ्रष्टाचार का बोलबाला’
अल्मोड़ा से कांग्रेस विधायक मनोज तिवारी का कहना है कि जब से भाजपा सरकार उत्तराखंड मे आई है, तबसे राज्य में बस भ्रष्टाचार का ही बोलबाला है। इसके चलते सत्ता में बैठे नेताओं के परिवार के लोगों के ही सभी काम करवाये जा रहे हैं, जबकि जनता की मांगों को पूरी तरह से अनदेखा किया जा रहा है।
पर्यटन मंत्री के पुत्र भी हैं बेरोजगार, अब पिता के विभाग में करेंगे काम?
उप नेता प्रतिपक्ष भुवन कापड़ी ने कहा कि यदि नियमों के तहत यह टेंडर लिया गया है, तो इसे स्वीकार किया जा सकता है। वहीं, अगर केवल मंत्री के बेटे होने की वजह से नियमों की अवहेलना की गई है तो शायद उत्तराखंड के लिए इससे दुर्भाग्यपूर्ण बात कोई नहीं हो सकती।
भाजपा ने क्या कहा?
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने कहा कि टेंडर की जो प्रक्रिया है, वह निष्पक्ष होनी चाहिए। सरकार इस पर संज्ञान लेगी। उन्होंने कहा कि आवेदन वही कर सकता है, जो गाइडलाइन फॉलो करता हो। अगर उसमें मंत्री पुत्र आ जाए तो इसे संशय की दृष्टि से नहीं देखना चाहिए।
क्या है पूरा मामला?
बता दें कि टिहरी विशेष क्षेत्र विकास प्राधिकरण ने झील में क्रूज बोट के संचालन के लिए आवेदन मांगा था। जांच पड़ताल के बाद सही गए पाए गए आवेदनों की सूची जारी की गई, जिसमें दो नाम चौंकाने वाले थे। ये नाम पर्यटन मंत्री के पुत्र सुयेंद्र रावत और टिहरी जिला पंचायत अध्यक्ष सोना सजवाण के पति रघुवीर सिंह सजवाण का है।
कांग्रेस शहर अध्यक्ष कुलदीप गंवार ने इस पर सवाल उठाते हुए कहा कि जिस आवेदन के पिता पर्यटन विभाग के मंत्री हो, वहां टेंडर के चयन में पारदर्शिता रहना बिल्कुल संभव नहीं है। चयन समिति में जिला पंचायत के अपर मुख्य अधिकारी भी सदस्य हैं।