Rajkiya Shikshak Sangh Uttarakhand: लोकसभा चुनाव के लिए लगी आदर्श आचार संहिता के खत्म होने के बाद राजकीय शिक्षक संघ बड़ा आंदोलन करेगा वह अपनी लंबित मांगों के पूरा न होने से नाराज है। संगठन ने कहा कि वह ब्लॉक स्तर से आंदोलन शुरू करेगी। संघ की प्रांतीय कार्यकारिणी ने इसे लेकर गढ़वाल और कुमाऊं मंडल के अध्यक्ष और महामंत्री को पत्र भी लिखा है। इस पत्र में कहा गया है कि वर्तमान में आचार संहिता लागू होने की वजह से सरकार के कई आदेश नहीं मिल पाए हैं। यही वजह है कि आहरण वितरण का अधिकार, चयन, प्रोन्नत वेतन में इजाफा और कनिष्ठ -वरिष्ठ शिक्षकों की वेतन विसंगति समेत कई मांगों पर अमल नहीं हो पाया है।
मिली जानकारी के मुताबिक, लंबित मांगों को लेकर दोनों मंडल कार्यकारिणी अपने मंडल की बैठक करने के बाद धरना प्रदर्शन को लेकर जिलों को निर्देश जारी करेगी। वह ब्लॉकों से प्रस्ताव मंगाकर मंडल को उपलब्ध कराएंगी।
ब्लॉक स्तर से प्रांत स्तर तक होगा धरना-प्रदर्शन
बताया जा रहा है कि राजकीय शिक्षक संघ सबसे पहले ब्लॉक स्तर पर, फिर जिला स्तर और उसके बाद प्रांत स्तर पर धरना-प्रदर्शन करेगा। संघ का आरोप है कि प्रधानाचार्य के पदों पर सीधी भर्ती के लिए सरकार की ओर से उसे विश्वास में नहीं लिया गया। यदि यह भर्ती बहुत जरूरी थी तो इसके लिए नियमावली बनाते हुए सभी शिक्षकों को इसमें क्यों नहीं शामिल किया गया। शिक्षकों की मांग पर केवल आश्वासन दिए जा रहे हैं और कुछ नहीं।
हाईकोर्ट में दो याचिकाएं दाखिल
बता दें कि संघ ने प्रधानाचार्य के पदों पर सीधी भर्ती नियमावती को खत्म करने के लिए हाईकोर्ट में दो याचिकाएं दाखिल की हैं। कोर्ट के फैसले के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। संघ की 11 मई को प्रांतीय कार्य कार्यकारिणी की बैठक होगी। इस बैठक में सभी जिलाध्यक्ष और मंत्री और दोनों मंडलों के अध्यक्ष और मंत्री शामिल होंगे।