Yeti Ram Swaroopanand Giri: उत्तराखंड पुलिस ने देहरादून में कथित ‘हेट स्पीच’ देने के मामले में उत्तर प्रदेश के संत यति रामस्वरूपानंद गिरि के खिलाफ मामला दर्ज किया है। रामस्वरूपानंद गिरि गाजियाबाद के डासना में स्थित शिव शक्ति धाम के संत हैं। उनके खिलाफ दो समुदायों में दुश्मनी को बढ़ावा देने के आरोप में एफआईआर दर्ज की गई है।
यति रामस्वरूपानंद गिरि का वीडियो वायरल
सोशल मीडिया पर यति रामस्वरूपानंद गिरि का एक वीडियो वायरल हो रहा है। इसमें वे अल्पसंख्यक समुदाय के खिलाफ भाषण देते हुए नजर आ रहे हैं। वीडियो में वे कहते हुए दिख रहे हैं कि अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों से महिलाओं और बेटियों की रक्षा के लिए हिंदुओं को हथियार रखने चाहिए।
पुलिस ने वीडियो का स्वत: लिया संज्ञान
देहरादून पुलिस ने बताया कि उसने वायरल हो रहे वीडियो का स्वत: संज्ञान लिया है। आगे की जांच की जा रही है। एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि जांच में पाया गया है कि यति रामस्वरूपानंद गिरि का भाषण विशेष धर्म के खिलाफ था। यह नफरत फैलाने वाले भाषण की श्रेणी में आता है।
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एसएसपी ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने निर्देश दिया है कि पुलिस को जब भी इस तरह के नफरती भाषण के बारे में पता चलता है तो वह तुरंत केस दर्ज करती है। इसलिए जांच के बाद सब-इंस्पेक्टर देवेंद्र गुप्ता की शिकायत पर एफआईआर दर्ज की गई है।
10 सितंबर का मामला
शिकायत में कहा गया है कि मंगलवार (10 सितंबर) को देहरादून में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में रामस्वरूपानंद गिरि ने नफरत फैलाने वाला भाषण दिया है। इसमें उन्होंने कहा था कि हर साल 14 दिसंबर से 21 दिसंबर तक विश्व धर्म संसद आयोजित की जाएगी।
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यतीश्वरानंदर गिरि ने यह भी कहा कि वे संसद के दौरान उत्तराखंड को इस्लाम मुक्त बनाने पर चर्चा करेंगे। आज अल्पसंख्यक समुदाय बहुसंख्यक समुदाय की तुलना में ज्यादा बच्चे पैदा कर रहा है, जबकि हिंदू नपुंसक हो गए हैं।