Impact of Shresth Uttarakhand News: श्रेष्ठ उत्तराखंड की खबर का असर देखने को मिला है। ऋषिकेश के मुनि की रेती में खारा स्रोत नदी से प्रशासन ने पार्किंग ठेकेदार और अवैध अतिक्रमण को हटा दिया है। इस दौरान बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे।
खारा स्त्रोत नदी पर ठेकेदारों ने किया कब्जा
दरअसल, मुनि की रेती नगर पालिका परिषद में सूखी नदी खारा स्रोत पर पार्किंग ठेकेदारों ने कब्जा कर लिया था। यहां अवैध तरीके से पर्यटकों के वाहन को खड़ा कर अवैध वसूली की जा रही थी। मजे की बात यह है कि चंद कदमों की दूरी पर स्थित मुनि की रेती नगर पालिका प्रशासन इस अवैध धंधे और भ्रष्टाचार के धंधे पर लगाम लगाने में फेल होता नजर आ रहा था।
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आलम यह था कि एक और पालिका प्रशासन कार्रवाई कर पीछे मुड़ता भी नहीं था कि चोरी छिपे पार्किंग ठेकेदार और अतिक्रमण करने वाले नदी में कब्जा करने की जुगत में लग जाते थे। इससे अवैध वसूली का खेल फिर से शुरू हो जाता था। इससे माना जा रहा था कि अवैध कब्जा करने वालों से अधिकारियों की मिलीभगत भी थी, लेकिन श्रेष्ठ भारत की टीम ने जब मामले को जनता के हित और पर्यटकों की जान से खिलवाड़ करते पाया तो इसे प्रमुखता से प्रकाशित किया।
Impact of News: नगर पालिका परिषद ने जेसीबी से हटाया अतिक्रमण
श्रेष्ठ भारत की खबर का असर भी देखने को मिला। नगर पालिका परिषद हरकत में आया और जेसीबी के द्वारा अतिक्रमण हटा दिया गया। इसके साथ ही, नदी में वाहनों और लोगों के प्रवेश करने के रास्ते पर भी खुदाई कर दी गई, ताकि कोई आवागमन न हो सके। बहरहाल अभी स्थिति मानसून को देखते हुए सामान्य हो गई है, लेकिन क्या अवैध कब्जा करने वाले पार्किंग ठेकेदार फिर से भ्रष्टाचार के खेल को खेलना शुरू कर देंगे, यह भविष्य के गर्त में है।
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बता दें कि पार्किंग ठेकेदारों ने मलबा डालकर नदी की उबड़-खाबड़ जमीन को समतल कर दिया था, जिससे नदी के बीच में गाड़ियां खड़ी की जा सके। पार्किंग ठेकेदार मुनाफा कमाने के चक्कर में पर्यटकों की जिंदगी के साथ खिलवाड़ कर रहे थे, लेकिन बारिश में जब नदी उफान पर आई, तब बड़ी-बड़ी गाड़ियां मलबे के साथ बह गईं। इसके साथ ही ठेकेदारों के भ्रष्टाचार की पोल भी खुल गई।