NH Scam Case Uttarakhand: उत्तराखंड में ईडी की बड़ी कार्रवाई सामने आई है। केंद्रीय एजेंसी ने एनएच घोटाला मामले में एक पीसीएस अफसर समेत 8 आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की है। यह चार्जशीट स्पेशल कोर्ट में दाखिल की गई है।
ईडी की चार्जशीट में पीसीएस अफसर दिनेश प्रताप सिंह का नाम भी शामिल हैं। उन्हें पिछले हफ्ते शासन की तरफ से इस मामले में क्लीन चिट मिल चुकी है। उनके खिलाफ पहले दी गई अभियोजन की अनुमति को भी खारिज कर दिया गया था।
400 करोड़ रुपये का है एनएच घोटाला
एनएच घोटाला करीब 400 करोड़ रुपये का है। यह ऊधमसिंहनगर में 7 साल पहले मार्च 2017 में सामने आया था। कृषि भूमि को दूसरी श्रेणी में दर्शाकर तय से ज्यादा रेट पर मुआवजे का बंदरबाट किया गया था। इसे लेकर तत्कालीन एडीएम प्रताप शाह ने NHAI के अफसर और कर्मचारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। इसके साथ ही, सात तहसीलों के एसडीएम, तहसीलदार और कर्मचारियों पर भी केस दर्ज कराया गया था।
दो आईएएस और पांच पीसीएफ अफसर सस्पेंड
जैसे ही यह मामला सामने आया, सरकार तुरंत हरकत में आ गई। उसने एसआईटी से मामले की जांच कराने का फैसला किया। जांच के बाद दो आईएएस और पांच पीसीएस अफसरों को सस्पेंड कर दिया गया। वहीं, 30 से अधिक अफसर, कर्मचारी और किसान जेल भेजे गए।
दिनेश प्रताप सिंह को बनाया गया मुख्य आरोपी
इस मामले में तत्कालीन एसएलओ पीसीएस अफसर दिनेश प्रताप सिंह को मुख्य आरोपी बनाया गया था। वे 14 महीने तक जेल में रहे। एसआईटी की जांच में 400 करोड़ रुपये के घोटाले का पर्दाफाश हुआ था। इस मामले में एसआईटी 2019 में चार्जशीट दाखिल कर चुकी है।
महिलाओं को 50 प्रतिशत सब्सिडी पर मिलेगा वाहन, इन जिलों से होगी शुरुआत
ईडी ने भी अवैध लेन देन के चलते मनी लॉन्ड्रिंग की जांच की, जिसके बाद दिनेश प्रताप सिंह समेत 8 लोगों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल गई गई। इस मामले में अब 13 सितंबर को सुनवाई होगी।