Migrants Conference Uttarakhand: देश के अलग-अलग हिस्सों में रहने वाले उत्तराखंड के लोग अब अपनी मातृभूमि से जुड़ सकेंगे। ऐसे लोग, जो अलग-अलग क्षेत्रों में अपने कार्यों से देश और उत्तराखंड का नाम रोशन कर रहे हैं, उन्हें धामी सरकार सम्मानित करेगी। इसके लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की पहल पर पहली बार 7 नवंबर को दून विश्वविद्यालय में प्रवासी उत्तराखंडी सम्मेलन का आयोजन होने जा रहा है।
इस सम्मेलन के दौरान पांच सत्रों में सशक्त होते उत्तराखंड से राज्य के प्रवासी रूबरू होंगे। मुख्य सचिव राधा रतूड़ी की अध्यक्षता में कुछ दिन पहले सम्मेलन की रूपरेखा तैयार की गई।
प्रवासी उत्तराखंडी सम्मेलन में धामी सरकार की नीतियों और कार्यक्रमों के बारे में बताया जाएगा। आयोजन को भव्य बनाने के लिए मुख्य सचिव की अध्यक्षता में दो कमेटियों का गठन किया गया है। पहली कमेटी प्रवासियों का चयन करेगी। वहीं, दूसरी कमेटी सम्मेलन की तैयारियों के लिए निर्णय लेगी।
सीएम धामी प्रवासी सम्मेलन का करेंगे उद्घाटन
सीएम धामी प्रवासी सम्मेलन का उद्घाटन करेंगे। इसके बाद अलग-अलग विषयों पर 5 सत्र आयोजित किए जाएंगे। ये सत्र अर्थव्यवस्था, विभिन्न क्षेत्रों में निवेश के अवसर, पर्यटन, लोक संस्कृति, संवर्द्धन, संरक्षण में प्रसार, फिल्म निर्माण एवं मनोरंजन, कृषि, बागवानी और ग्राम्य विकास आदि विषय पर होंगे। प्रत्येक सत्र के लिए नोडल अधिकारी बनाए गए हैं। सीएम आवास पर एक सांस्कृतिक संध्या का भी आयोजन किया जाएगा।
धामी सरकार के कार्यों व उत्पादों की लगाई जाएगी प्रदर्शनी
प्रवासी उत्तराखंडी सम्मेलन के दौरान धामी सरकार के विभागों के कार्यों और उत्पादों पर आधारित प्रदर्शनी और स्टाल लगाए जाएंगे। इनके जरिए प्रवासी राज्य की स्थापना से लेकर अब तक की विकास यात्रा से रूबरू होंगे।
सामान्य प्रशासन विभाग के सचिव दीपेंद्र कुमार चौधरी ने बताया कि कुछ महीने पहले सीएम धामी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए प्रवासियों से संवाद किया था। उनके निर्देश पर अब पहली बार राज्य में प्रवासी सम्मेलन का आयोजन होने जा रहा है, जिसमें 200 से 300 प्रवासियों के आने की संभावना है। विदेशों में रहने वाले प्रवासियों के जनवरी में सम्मेलन का आयोजन किया जाएगा।