Dehradun Triple Murder Case: देहरादून पुलिस ने पटेल नगर थाना क्षेत्र में हुए ट्रिपल मर्डर केस का खुलासा कर दिया। हत्या की वजह अवैध संबंध बताई जा रही है। एसएसपी ने स्वयं कमान संभालते हुए ब्लांइड मर्डर केस की मिस्ट्री को सुलझाया है। उन्होंने पूरे मामले की स्वयं लगातार मॉनिटरिंग करते हुए घटना के खुलासे तक सभी टीमों को दिन रात एक करने के निर्देश दिये थे।
Dehradun Triple Murder Case: नाले में मिले दो शव
मिली जानकारी के मुताबिक, 25 जून की शाम थाना पटेलनगर के बडोवाला क्षेत्र में पेट्रोल पम्प से आगे सूखे नाले से बदबू आने की सूचना मिली। इस पर पुलिस बल तत्काल मौके पर पहुंचा, जहां जाकर देखा गया कि सूखे नाले में दो शव पड़े हुए थे, जिससे दुर्गन्ध आ रही थी। पुलिस द्वारा शवों को कब्जे में लिया गया। रात को जंगली जानवरों का खतरा होने के कारण सर्च ऑपरेशन नहीं चलाया गया।
Dehradun Triple Murder Case: एसएसपी ने जंगल में चलाया सर्च ऑपरेशन
अगले दिन सुबह एसएसपी ने स्वयं घटनास्थल पर पहुंचकर अपनी निगरानी में जंगल में सर्च अभियान चलाया। इस सर्च अभियान के दौरान पूर्व में शव बरामद होने के स्थान से कुछ दूरी पर कूड़े के ढेर से तेज दुर्गन्ध आने पर उसे हटाया गया तो वहां एक अन्य महिला का सड़ा-गला शव दबा हुआ मिला। इससे यह साफ हो गया कि सभी शव एक ही परिवार के सदस्यों के हैं।
कई टीमों का किया गया गठन
घटना की संवेदनशीलता को देखते हुए घटना के अनावरण के लिए तत्काल अलग-अलग टीमों का गठन किया गया। घटनास्थल के आसपास सर्च अभियान के दौरान कुछ दूरी पर पुलिस को एक ब्लू डार्ट कम्पनी का नीले रंग का बैग मिला, जिसमें महिला व बच्चों के कपड़े व अन्य सामग्री रखी हुई थी, जो शवों के ही लग रहे थे। पास ही एक पर्पल कलर का बैग भी पुलिस टीम को प्राप्त हुआ।
घटना स्थल के पास मौजूद टिम्बर लाइन फैक्ट्री के आसपास एक रोडवेज बस का टिक्ट नेहटौर से देहरादून का बरामद हुआ, जो एक बालिग व एक नाबालिग का था, जिस पर फैक्ट्री के अन्दर चेक करने पर पुलिस टीम को ब्लू डार्ट कम्पनी के वैसे ही नीले रंग के थैले बरामद हुए, जिस पर पुलिस टीम द्वारा फैक्ट्री में कार्यरत कर्मियों के सम्बंध में जानकारी करने पर पुलिस टीम को मौके पर नेहटौर का ही रहने वाला एक फैक्ट्री कर्मी मिला।
अवैध संबंधों के चलते की गई हत्या
शक होने पर पुलिस टीम द्वारा उक्त व्यक्ति हसीन पुत्र नसीम को पूछताछ हेतु चौकी पर लाया गया, जहां सख्ती से पूछताछ करने पर उसने अवैध सम्बंधों के चलते महिला और उसके बच्चों की हत्या करना स्वीकार किया। अभियुक्त को पुलिस टीम द्वारा मौके से गिरफ्तार कर लिया गया।
पूछताछ में अभियुक्त हसीन ने बताया वह बिजनौर का रहने वाला है और बढोवाला में टिम्बर ली फर्नीचर फैक्ट्री में काम करता है। वह तलाकशुदा है। मृतक महिला का नाम रेशमा था, जिससे उसका पिछले दो साल से प्रेमप्रसंग चल रहा था । रेशमा अभियुक्त पर लगातार शादी करने और साथ रहने का दबाव बना रही थी। इसके साथ ही, वह खर्चों के लिये पैसों की भी मांग करती रहती थी। इससे अभियुक्त परेशान था।
23 जून को देहरादून पहुंची रेशमा
23 जून की शाम रेशमा अपनी 15 वर्षीय बेटी आयत और माह की बेटी आयशा के साथ आईएसबीटी देहरादून आ गई है। उसने फोन पर अपने आने की सूचना हसीन को दी, जिस पर अभियुक्त ने उसे रास्ते से हटाने की योजना बनाई और अपनी बाइक से उसे लेने आईएसबीटी पहुंचा।
मरीज को ट्रांसफर करने से पहले डॉक्टर देंगे अस्पताल को जानकारी, रेफरल नीति से होगा ये बदलाव
रेशमा और उसके दोनों बच्चो को लेकर सीधे टिम्बर ली फैक्ट्री में गया। यहां उसने रात में पहले रेश्मा का गला दबाकर हत्या की। उसके बाद दोनों बच्चियों का मुंह व नाक दबाकर उन्हें मौत के घाट उतार दिया। तीनों को मारने के बाद अभियुक्त ने उनके शव को टिम्बर ली फैक्ट्री के पीछ कूड़े के ढेर में फेंक दिया।
Uttarakhand: देहरादून में दूर होगी डॉक्टरों की कमी, रोटेशन पर लगेगी ड्यूटी
हसीन ने मृतकों के कपड़े ब्लू डार्ट कम्पनी के नीले थैले में डालकर फेंक दिए। उसने रेशमा का बैग भी कूड़े के ढेर से कुछ दूरी पर फेंक दिया। इसके साथ ही, उसने रेशमा का मोबाइल और घर की चाबी भी अपने पास रख ली।