Dehradun ISBT Gangrape Case: देहरादून आईएसबीटी गैंगरेप केस में पुलिस ने ड्राइवर-कंडक्टर समेत पांच आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल कर दी है। यह चार्जशीट 250 पन्नों की है। पुलिस ने कुल 35 गवाह बनाए हैं, जिसमें से दो गवाहों , पीड़िता और एक चश्मदीद के बयान मजिस्ट्रेट के सामने दर्ज कराए जा चुके हैं।
19 दिन तक चली जांच के बाद तैयार की गई चार्जशीट
बता दें कि 19 दिन तक चली जांच के बाद चार्जशीट तैयार की गई है। इसमें साक्ष्य को छिपाने की धारा भी जोड़ी गई है।
12 अगस्त का मामला
एसएसपी अजय कुमार ने बुधवार को बताया कि 12 अगस्त को उत्तराखंड रोडवेज की बस में एक नाबालिग लड़की दिल्ली आईएसबीटी से देहरादून आईएसबीटी आई। यहां उसके साथ ड्राइवर और कंडक्टर समेत पांच लोगों ने गैंगरेप किया।
इसके बाद नाबालिग एक दुकान पर बैठी हुई मिली, जहां से उसे बाल कल्याण समिति अपने साथ ले गई और काउंसलिंग की, जिसमें गैंगरेप का पता चला। बाल कल्याण समिति ने 17 अगस्त को केस दर्ज कराया, जिसके बाद पुलिस ने जांच शुरू की।
पुलिस ने 18 अगस्त को आरोपियों को किया गिरफ्तार
अगले ही दिन यानी 18 अगस्त को पुलिस ने ड्राइवर धर्मेंद्र कुमार, रवि कुमार और राजपाल के साथ कंडक्टर देवेंद्र और कैशियर राजेश कुमार सोनकर को गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद मामले में एसआईटी का गठन किया गया।
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एसआईटी ने साक्ष्य जुटाते हुए आरोपियों की निशानदेही पर कंबल और अन्य कपड़े बरामद किए। इसके बाद चार्जशीट दाखिल की गई, जिसमें कुल 35 गवाह बनाए गए।
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जांच के लिए फॉरेंसिक लैब भेजे गए साक्ष्य
पीड़िता मुरादाबाद जिले की रहने वाली है। पांच आरोपियों को पुलिस ने कोर्ट में पेश किया और उनकी शिनाख्त करवाई। कुछ साक्ष्यों को जांच के लिए फॉरेंसिक लैब भेजा गया है।