Hindenburg Report: हिंडनबर्ग की नई रिपोर्ट आने के बाद विपक्षी पार्टियां सेबी चीफ माधबी पुरी बुच के इस्तीफे और अडानी ग्रुप से जुड़े मामले में जेपीसी की मांग कर रही हैं। अब इसी मामले को लेकर देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस आने वाली 22 तारीख को देशव्यापी प्रदर्शन करेगी और ED ऑफिस का घेराव करेगी।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा ने अडानी मामले की जांच जेपीसी से कराने की मांग की है। कांग्रेस की यह मांग सेबी की चेयरपर्सन माधबी बुच के खिलाफ हिंडनबर्ग रिसर्च की नवीनतम रिपोर्ट में लगाए गए आरोपों के बाद आई है।
हिंडनबर्ग ने आरोप लगाया है कि सेबी चेयरपर्सन और उनके पति का अडानी के साथ कनेक्शन रहा है, जिससे अडानी के खिलाफ सेबी की जांच प्रभावित हुई है। माहरा ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट को इस मामले का स्वतः संज्ञान लेते हुए अपने स्तर से जांच करानी चाहिए।
प्रदेश अध्यक्ष करण महारा ने कहा कि सरकारी पैसे से सरकारी संपत्तियों को खरीदने का एक क्रम चल चुका है। हमारे यहां हमारी ही संपत्तियों को कमजोर कर अडानी के द्वारा खरीदा जा रहा है। यह अब अधिक दिनों तक नहीं चलने वाला है।
उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी सीबीआई और ED का दुरुपयोग विपक्ष को दबाने के लिए कर रही है, इसका हम भारी विरोध कर रहे हैं।
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि 22 अगस्त को पूरे देश में एक बड़ा राष्ट्रीय स्तर का आंदोलन होगा। हम सेबी अध्यक्ष को पद से हटाने की मांग करते हुए हर राज्य की राजधानी में प्रवर्तन निदेशालय कार्यालय का घेराव करेंगे।
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