Chardham Yatra 2024 Health Facilities: चारधाम यात्रा में बड़ी संख्या में श्रद्धालु उत्तराखंड पहुंच रहे हैं और स्कूलों की छुट्टियों के चलते जून में यह आंकड़ा और भी तेजी से बढ़ने वाला है। स्वास्थ्य विभाग ने यात्रियों की संख्या को बढ़ता देख पिछले साल की अपेक्षा स्क्रीनिंग केंद्र की संख्या बढ़ा दी है। इसके साथ ही, श्रद्धालुओं के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए यात्रा मार्ग में कई जगह पर हेल्थ एटीएम भी लगाए हैं।
10 मई से शुरू हुई चारधाम यात्रा
बता दें कि इस साल 10 मई से शुरू हुई चारधाम यात्रा में 27 मई तक जितनी संख्या में श्रद्धालु उत्तराखंड पहुंचे हैं। इसमें जून के महीने में और भी ज्यादा बढ़ोतरी होने की उम्मीद है। बढ़ती संख्या को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने श्रद्धालुओं की सहूलियत के लिए पिछले साल लगाए गए 50 स्क्रीनिंग पॉइंट के साथ 12 स्क्रीनिंग सेंटर भी बनाए हैं, जहां श्रद्धालुओं की स्क्रीनिंग की जा रही है। इसके अलावा, यात्रा मार्ग में जगह-जगह हेल्थ एटीएम भी लगाए गए हैं, जिसकी मदद से श्रद्धालु अपना बीपी और ऑक्सीजन लेवल चेक कर सकते हैं।
स्वास्थ्य सचिव डॉ. आर राजेश कुमार का कहना है कि यात्रा में आने वाले सभी श्रद्धालुओं को ध्यान में रखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने अपनी तैयारियां इस बार पिछले साल की अपेक्षा और भी ज्यादा पुख्ता की है। आने वाले दिनों में श्रद्धालुओं को सुगम और सुरक्षित यात्रा कराने के लिए स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से तैयार है।
चारधाम यात्रा शुरू होने से पहले अन्य राज्यों को जारी की गई एसओपी
चार धाम यात्रा शुरू होने से पहले सरकार ने अपनी सभी तैयारियां करने के साथ-साथ सभी संबंधित विभागों को इस बात की भी जानकारी दी कि इस साल यात्रा में श्रद्धालु बड़ी संख्या में उत्तराखंड पहुंचेंगे, जिसे देखते हुए सभी विभागों ने अपनी तैयारी को और भी ज्यादा मजबूती देने का प्रयास किया। उत्तराखंड स्वास्थ्य विभाग ने यात्रा शुरू होने से पहले अन्य राज्यों में उन्हीं की भाषाओं में एसओपी भी जारी की थी, जिसमें चार धाम यात्रा में आने के लिए जरूरी दिशा-निर्देशों का ध्यान रखने के लिए एडवाइजरी जारी की गई थी। अन्य राज्य को जारी की गई एस ओ पी का फायदा यात्रा शुरू होने के बाद स्वास्थ्य विभाग को मिला है।
एसओपी से विभाग को मिला फायदा
सचिव स्वास्थ्य आर. राजेश कुमार का कहना है कि अन्य राज्यों को उनकी भाषा में जारी की गई एडवाइजरी से विभाग को यह फायदा मिला है कि जो भी श्रद्धालु यात्रा में आ रहे हैं, उनको इस बात की जानकारी है कि यात्रा शुरू करने से पहले स्क्रीनिंग जरूरी है। उन्होंने बताया कि अब तक 2 लाख 5 हजार श्रद्धालुओं की स्क्रीनिंग की जा चुकी है, जिनमें 1 लाख 23 हजार श्रद्धालु 50 वर्ष की उम्र से कम है, जबकि 82 हजार श्रद्धालु 50 वर्ष की उम्र से ज्यादा हैं।
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स्वास्थ्य सचिव ने बताया कि स्क्रीनिंग के दौरान 6000 ऐसे यात्री भी मिले हैं, जिन्हें उनके स्वास्थ्य के बारे में बताया गया है कि वह यात्रा करने की स्थिति में नहीं हैं। अगर फिर भी वह यात्रा करते हैं तो इसमें रिस्क हो सकता है।
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