Char Dham Yatra 2024: उत्तराखंड की विश्व प्रसिद्ध चारधाम यात्रा पर आए दो और श्रद्धालुओं की मौत हो गई। इससे पहले, दो श्रद्धालुओं की मौत हुई थी। इस तरह 72 घंटे में चार श्रद्धालुओं की अपनी जान गंवानी पड़ी। बताया जाता है कि सभी हृदय संबंधी समस्या थी। इससे पहले, रविवार को गुजरात की रहने वाली लक्ष्मी देवी (75 साल) की मौत हो गई थी। उन्हें सांस लेने में समस्या थी। महिला को एक होटल से मृत अवस्था में अस्पताल लाया गया था। महिला का परिवार भी होटल में रुका हुआ था।
यमुनोत्री धाम में महिला श्रद्धालु की मौत
इसके अलावा, शनिवार को यमुनोत्री धाम में मध्य प्रदेश की संपति बाई का हृदय संबंधी समस्या के कारण निधन हो गया। वह मंदिर जाते समय जानकीचट्टी गांव के पास बेहोश हो गईं। आनन-फानन में उन्हें स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। इससे पहले, शुक्रवार को दो यात्रियों का हृदय गति रुकने से निधन हो गया। इनमें उत्तर प्रदेश की 69 वर्षीय विमला देवी और मध्य प्रदेश के 71 वर्षीय रामगोपाल शामिल हैं।
उत्तराखंड में ऑरेंज अलर्ट जारी
उत्तराखंड मौसम विभाग ने कई जिलों में ऑरेन्ज अलर्ट जारी किया है। यहां आज बारिश होने की संभावना है। यात्रियों को बारिश के दौरान यात्रा न करने की सलाह दी गई है।
तीन जिलों में सचिव स्तर के तीन अधिकारियों की तैनाती
मुख्यमंत्री कार्यालय के मुताबिक, राज्य में सुचारू, सुरक्षित, सुलभ और सुव्यवस्थित चारधाम यात्रा के मद्देनजर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर सरकार ने चारधाम क्षेत्र में आने वाले तीन जिलों में सचिव स्तर के तीन अधिकारियों की तैनाती की है। सीएम धामी ने रविवार को चारधाम यात्रा को लेकर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी को तीन अधिकारियों की नियुक्ति के निर्देश दिये।
मुख्यमंत्री धामी के निर्देश पर सरकार ने रुद्रप्रयाग जिले में सचिव डॉ. आर राजेश कुमार, चमोली जिले में एसएन पांडे और उत्तरकाशी जिले में डॉ. रणजीत कुमार सिन्हा को यात्रा व्यवस्थाओं की निगरानी की जिम्मेदारी दी है। ये तीनों अधिकारी संबंधित जिलों के जिलाधिकारी से फीडबैक लेंगे और शासन स्तर पर चारधाम यात्रा को सुचारू, सुरक्षित और सुव्यवस्थित संचालित करने की दिशा में काम करेंगे।
10 मई से चारधाम यात्रा शुरू
बता दें कि चारधाम यात्रा की शुरुआत 10 मई से हो गई है। बड़ी संख्या में लोग केदारनाथ, बद्रीनाथ, यमुनोत्री और गंगोत्री धाम के दर्शन करने जा रहे हैं। केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट 10 मई, जबकि बद्रीनाथ धाम के कपाट 12 मई को खोले गए। यात्रा को लेकर श्रद्धालुओं में उत्साव का माहौल है।