Uttarakhand Assembly Monsoon Session: उत्तराखंड विधानसभा का मानसूत्र आज यानी बुधवार से शुरू हो रहा है। इसे देखते हुए भराड़ीसैंण को छावनी में बदल दिया गया है। मोबाइल टॉवरों और पानी की टंकियों की सुरक्षा भी बढ़ाई गई है। सभी सुरक्षाकर्मी हेलमेट और बॉडी प्रोटेक्टर से लैस होंगे।
विधानसभा सत्र के दौरान कोई भी शख्स बिना पास के विधानसभा परिसर में प्रवेश नहीं कर पाएगा। पुलिस महानिरीक्षक गढ़वाल परिक्षेत्र करन सिंह नगन्याल और चमोली पुलिस अधीक्षक सर्वेश पंवार ने मंगलवार को इस संबंध में जरूरी दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने सुरक्षाकर्मियों को किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहने को कहा।
अधिकारियों और कर्मचारियों को सतर्क रहने का निर्देश
विधानसभा के अंदर किसी प्रकार की वस्तु अंदर ले जाने की मनाही है। अधिकारियों और कर्मचारियों को धरना प्रदर्शन या जुलूस के दौरान सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं। ड्यूटी के दौरान सुरक्षाकर्मी जरूरी उपकरणों से लैस रहेंगे।
मानसून सत्र के दौरान 4 पुलिस अधीक्षक, 14 पुलिस उपाधीक्षक, 27 प्रभारी निरीक्षक या थानाध्यक्ष, 35 उप निरीक्षक, 16 महिला उपनिरीक्षक, 31 अपर उपनिरीक्षक, 92 मुख्य आरक्षी, 291 आरक्षी और 40 महिला आरक्षी सुरक्षा की जिम्मेदारी संभालेंगे।
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इनके अलावा, 5 यातायात उपनिरीक्षक, 12 यातायात मुख्य आरक्षी, 31 यातायात आरक्षी, 5 पीएसी कंपनी, एक प्लाटून और 9 फायर यूनिट की भी तैनाती की गई है। इन सभी पर सुरक्षा की जिम्मेदारी रहेगी।
विपक्ष ने सरकार को घेरने का बनाया प्लान
विपक्ष ने सत्र के दौरान सरकार को घेरने का पूरा प्लान बना लिया है। वह सदन के अंदर और बाहर आपदा और कानून व्यवस्था समेत अन्य मुद्दों को लेकर सरकार पर हमलावर रहेगी। वहीं, सरकार ने भी विपक्ष के हर हमले का जवाब देने की रणनीति बना ली है। भराड़ीसैंण में पहली बार मानसूत्र सत्र का आयोजन किया जा रहा है।