हल्द्वानी में लालकुआं कोतवाली पुलिस ने एक ऐसे शातिर चोर गिरोह का पर्दाफाश किया है, जो लगातार लग्जरी गाड़ी से चोरी की घटनाओं को अंजाम दे रहा था। आरोपियोम ने जेल से छूटने के बाद मोटाहल्दू क्षेत्र में एक बड़ी चोरी को अंजाम दिया। पकड़े जाने पर इन लोगों ने पूछताछ में बताया कि कैसे घटना को अंजाम देते थे। इससे पहले इन लोगों ने शहर में एक रिटायर्ड दारोगा के घर में चोरी की घटना को अंजाम दिया था।
पुलिस क्षेत्राधिकार लालकुआं संगीता ने मामले का खुलासा करते हुए बताया कि लालकुआं कोतवाली क्षेत्र के निवासी भगवत सिंह रावत ने 24 अप्रैल को सूचना दी कि वह परिवार सहित घर से बाहर गए हुए थे। घर का ताला तोड़कर चोरों ने 30 हजार रुपये की नकदी, जेवरात और लैपटॉप चोरी कर ले गए। पुलिस टीम ने इलाके के सभी सीसीटीवी देखे। इसके बाद मुखबिर की सूचना पर चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। बताया जा रहा है कि पकड़े गए चारों आरोपी लग्जरी कार से चोरी की घटना को अंजाम देते थे।
चोरी की घटना का खुलासा करते हुए पुलिस क्षेत्राधिकारी संगीता ने बताया कि सूचना मिली की चार युवक टाटा सफारी से जंगल के किनारे ग्रामीण क्षेत्र में कोई आपराधिक घटना को अंजाम देने के इरादे से घूम रहे हैं। मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने बेरीपडाव खुर्पिया फार्म मैदान के पास जंगल की तरफ एक किनारे टाटा सफारी रोकने की कोशिश की तो चारों युवक भागने लगे। पुलिस ने उनको पकड़ लिया। पूछताछ में चारों ने अपना नाम उज्जवल सिंह परगाई निवासी हल्द्वानी, संदीप कुमार महर्षि रोड कृष्णा फार्म हाउस देवलचौड, राजेन्द्र चौहान उर्फ राजू निवासी धनपुरी पंचायतघर हल्द्वानी, सुभाष दिवाकर निवासी देवलचौड बताया।
पुलिस ने आरोपियों से सख्ती से पूछताछ की तो उन्होंने बताया कि दिन में रेकी करते हैं। आरोपियों ने 21 अप्रैल की रात को भगवत सिंह रावत के घर में चोरी की घटना को अंजाम दिया। आरोपियों ने बताया कि किसी को शक न हो, इसके लिए वह लग्जरी गाड़ी का इस्तेमाल करते हैं। आरोपियों के पास से चुराए गए जेवरात, लैपटॉप और सामान बरामद किया गया है। साथ ही पुलिस ने चोरी में प्रयोग की गई गाड़ी को भी बरामद कर लिया है।
पुलिस का कहना है कि जांच पड़ताल में पता चला है कि आरोपियों ने कई अन्य चोरियों की घटना को अंजाम दिया है। आरोपियों ने दो माह पूर्व हल्द्वानी में सेवानिवृत दारोगा के घर से लाखों रुपये की चोरी की। इस चोरी के ममले में पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार किया। लेकिन, 26 दिन में उनकी जमानत भी हो गई। इसके बाद फिर इन आरोपियों ने चोरी की घटना को अंजाम देना शुरू कर दिया। पुलिस को पता चला कि किसी कार के गैराज में काम करने वाले एक युवक से इनकी दोस्ती है, उसी से यह लग्जरी गाड़ी मांग कर चोरी की घटनाओं को अंजाम देते थे.