देहरादून के डोभाल चौक पर तीन दिन पहले हुए गोलीकांड के मामले में लोगों का आक्रोश लगातार बढ़ता ही जा रहा है। बुधवार को पीड़ित परिवार के साथ कई संगठनों और स्थानीय लोगों ने मृतक रवि बडोला को श्रद्धांजलि देने के लिए कैंडल मार्च निकाला। साथ ही 20 जून को देहरादून बंद का ऐलान भी किया।
बता दें, देहरादून के डोभाल चौक पर रविवार को हुए गोलीकांड को लेकर स्थानीय लोगों का आक्रोश बढ़ रहा है। स्थानीय लोगों के साथ उत्तराखंड के कई सामाजिक संगठन भी सड़कों पर उतर आए हैं। मंगलवार को डोभाल चौक पर प्रदर्शन करने के साथ ही स्थानीय लोगों ने मिलकर आरोपी के घर तोड़फोड़ की। इसके साथ ही गुरुवार को सामाजिक संगठनों ने पीड़ित परिवारों के समर्थन में देहरादून बंद का भी ऐलान किया है। वहीं, पीड़ित परिवार ने सरकार से मृतक की पत्नी को सरकारी नौकरी देने और मुआवजे के रूप में एक करोड़ और घायलों को 20-20 लाख रुपये देने की मांग की है।
देहरादून में रविवार को पैसों की लेनदेन के मामले को लेकर गोली चल गई थी। रायपुर थाना क्षेत्र के नेहरू ग्राम में तीन लोगों को गोली मार दी गई। इस घटना में रवि बडोला की गोली लगने से मौके पर ही मौत हो गई थी। रवि बडोला के 2 साथी सुभाष क्षेत्री और मनोज नेगी गोलीबारी में घायल हो गए थे। इस गोलीकांड और हत्याकांड के अब सातों आरोपी अरेस्ट कर लिए गए हैं।
देहरादून में 16 जून को हुए गोलीकांड में रवि बडोला की मौत को लेकर बवाल बढ़ता ही जा रहा है। मास्टरमाइंड समेत सभी आरोपी गिरफ्तार हो चुके हैं। पुलिस तेजी से जांच में जुटी है, लेकिन मृतक रवि बडोला के परिजनों का गुस्सा सातवें आसमान पर है। रवि की पत्नी उर्मी और बहन दीक्षा इंसाफ की गुहार के साथ सरकार से नौकरी और एक करोड़ की आर्थिक मदद मांग रही हैं। रवि बडोला का परिवार कह रहा है कि गोलीकांड के इस मामले की सुनवाई फास्टट्रैक कोर्ट में कराई जाए। यही नहीं, रवि की पत्नी और बहन ने गोलीकांड के बाद अपनी जान को भी खतरा बताया है। कहा है कि गिरफ्तार आरोपियों का गैंग उन पर किसी भी वक्त हमला कर सकता है।
16 जून को देहरादून के रायपुर डोभाल चौक पर गोलीकांड के बाद से ही रवि बडोला का परिवार धरने पर बैठा है। रवि के परिजनों के साथ स्थानीय लोगों के अलावा कई सामाजिक संगठन भी खड़े हो गए हैं। गोलीकांड का मुख्य आरोपी और मास्टरमाइंड रामबीर राजस्थान के कोटपुतली से गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस ने रामबीर की गिरफ्तारी के बाद का वीडियो भी जारी किया है। रामबीर की क्राइम कुंडली भी सामने आई है।
रामबीर उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर का रहने वाला है। देहरादून में हिस्ट्रीशीटर पंकज और विनय क्षेत्री हत्याकांड में भी उसका हाथ रह चुका है। इस मामले में रामबीर अपने 3 साथियों के साथ गिरफ्तार होकर जेल भी गया था, लेकिन जमानत पर छूटने के बाद देहरादून में प्रापर्टी का काम करने लगा। पुलिस का दावा है कि प्रॉपर्टी के कामकाज की आड़ में रामबीर ने अपने अपराधी गैंग को भी बड़ा किया। रामबीर देहरादून में प्रोपर्टी के काम के अलावा ब्याज पर पैसे के लेनदेन का काम कर रहा था। इसी पैसों के विवाद में ही अब ये गोलीकांड हुआ।
रामबीर अब फिर पुलिस के शिकंजे में है। उसके 6 साथी भी गिरफ्तार हो चुके हैं। इस तरह कुल 7 आरोपियों की गिरफ्तारी देहरादून गोलीकांड में हो चुकी है। रामबीर के ठीक बाद योगेश और मनीष नाम के आरोपियों की गिरफ्तारी हुई। वो दोनों भी उत्तरप्रदेश के रहने वाले हैं। दोनों फरार चल रहे थे। लगातार पुलिस को चकमा दे रहे थे, लेकिन पुलिस की टीमों ने मुठभेड़ के बाद हरिद्वार के बहाराबाद इलाके से दोनों को दबोच लिया। तीन आरोपी सोनू भारद्वाज, उसका भाई मोनू शर्मा और शंभू यादव पहले ही गिरफ्तार कर लिए गए थे।