Almora Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव 2024 अब समाप्त हो गया है। सभी प्रत्याशियों का भविष्य अब ईवीएम में कैद हो चुका है। चार जून को लोकसभा चुनाव 2024 का परिणाम आएगा। चार जून को यह साफ हो जाएगा कि कौन-कौन संसद जा रहा है और किसको इस चुनाव में मात मिली है। उत्तराखंड में पांच सीटों पर लोकसभा चुनाव हो रहे हैं। आज हम बात करेंगे उत्तराखंड की अल्मोड़ा लोकसभा सीट की। लोकसभा सीट अल्मोड़ा पिथौरागढ़ नेपाल, चीन और गढ़वाल से सटी हुई है। देश की राजनीति में शुरू से ही अल्मोड़ा लोकसभा सीट बहुत की महत्वपूर्ण सीट मानी जाती है। कुमाऊं की हिमालयी श्रृंखला की पहाड़ी में बसा यह क्षेत्र चंद्रवंशीय राजाओं की राजधानी रही है।
संसदीय सीट अल्मोड़ा पर भी इस बार भाजपा और कांग्रेस प्रत्याशियों के बीच सीधी टक्कर देखी जा रही है। अन्य क्षेत्रीय दल या कोई भी निर्दलीय प्रत्याशी इस चुनाव में टक्कर दिखाई देता हुआ नहीं दिख रहा है। उत्तराखंड राज्य बनने के बाद और उससे पहले भी अल्मोड़ा संसदीय सीट पर भाजपा और कांग्रेस प्रत्याशियों के बीच ही मुकाबला देखने को मिला है। इस बार भी चुनाव इन्हीं दो पार्टियों के प्रत्याशियों के बीच सिमटता दिखाई दे रहा है।
चौथी बार आमने-सामने होंगे कांग्रेस और भाजपा के नेता
जब ये नेता पहली बार आमने-सामने थे तब कांग्रेस के प्रदीप टम्टा को जहां 200310 वोट मिले, वहीं बीजेपी प्रत्याशी अजय टम्टा को 192987 वोट ही मिल पाए। जिसमें अजय टम्टा को 7323 मतों से हार का सामना करना पड़ा। इसके बाद साल 2014 में 16वीं लोकसभा के लिए हुए चुनाव में मुकाबला फिर से कांग्रेस के प्रदीप टम्टा और भारतीय जनता पार्टी के अजय टम्टा के बीच हुआ। लेकिन इस बार भाजपा प्रत्याशी अजय टम्टा ने जीत दर्ज कर पार्टी का परचम लहराया और पार्टी को जीत दिलाई। वहीं साल 2019 में हुए लोकसभा चुनाव में मोदी लहर के दौरान बीजेपी के अजय टम्टा ने कांग्रेस के प्रदीप टम्टा को एक बार फिर पटखनी दी और इस सीट से संसद पहुंच गए।
भाजपा के अजय टम्टा और कांग्रेस के प्रदीप में है कड़ा मुकाबला
अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित अल्मोड़ा सीट पर अजय टम्टा को भाजपा ने फिर से मैदान में उतारा है। पार्टी ने उन्हें लगातार तीसरी बार मौका दिया है। 2014 में जीत के बाद केंद्रीय राज्यमंत्री का पद भी उन्हें दिया गया था। टम्टा इस बार प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की लोकप्रियता, मजबूत पार्टी संगठन, केंद्र के साथ-साथ राज्य में डबल इंजन वाली सरकार की उपलब्धियों व योजनाओं के बूते मैदान में हैं। इसके अलावा वह सीमांत तक आलवेदर रोड बनने, पर्यटन के लिहाज से सीमांत में हुए विकास कार्य, हेली सेवाओं की शुरुआत करने, मेडिकल कालेज निर्माण आदि को जनता के बीच रख रहे हैं। वह अपने सांसद निधि से कराए गए विकास कार्यों का लेखा-जोखा जनता को समझा रहे हैं।
कांग्रेस के प्रदीप टम्टा
कांग्रेस के प्रदीप टम्टा के पास वैसे तो स्थानीय समस्याएं हैं लेकिन पार्टी का पूरा फोकस देशव्यापी समस्याओं की ओर अधिक है। वह भाजपा सरकार के दौरान बढ़ रही महंगाई, बेरोजगारी, अग्निवीर भर्ती, महिलाओं के प्रति बढ़ते अपराध, इलेक्ट्रोरल बांड आदि मुद्दों को जनता के बीच लेकर जा रहे हैं। स्थानीय मुद्दे शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क, पानी आदि को वह राज्य सरकार की कमी से जोड़कर मतदाताओं तक पहुंचा रहे हैं।
पिछले चुनाव का परिणाम
अजय टम्टा, भाजपा, 444651 64.03 प्रतिशत
प्रदीप टम्टा, कांग्रेस, 211665 30.48 प्रतिशत
अल्मोड़ा सीट के अन्य प्रत्याशी
भाजपा से अजय टम्टा और कांग्रेस से प्रदीप टम्टा इस सीट से प्रत्याशी हैं। वहीं अगर अन्य पार्टियों के प्रत्याशियों की बात की जाए तो इस सीट पर बसपा से नारायण राम, पीपीआइ डेमोक्रेटिक से प्रमोद कुमार, उपपा से किरन आर्या, बहुजन मुक्ति पार्टी से ज्योति प्रसाद टम्टा और एक निर्दलीय प्रत्याशी अर्जुन प्रसाद भी इस सीट से प्रत्याशी हैं।