Mussoorie Biomethane Plant Inspection: मसूरी में अधिशासी अधिकारी तनवीर सिंह ने बुधवार को नगर पालिका के अधिकारियों के साथ एमआरएफ सेंटर और बायोमिथेन प्लांट का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्हें कूड़े का ढेर नजर आया। कूड़े का अंबार देखकर उन्होंने जताई नाराजगी। अधिशासी अधिकारी ने तुरंत ठेकेदार को तलब किया।
अधिशासी अधिकारी तनवीर सिंह ने कहा कि बायोमिथेन प्लांट में कुछ तकनीकी दिक्कत आने के कारण प्लांट का संचालन नहीं हो पा रहा है। इसके लिए ठेकेदार को तलब किया गया है। उन्होंने कहा कि ठेकेदार के साथ वार्ता कर बायोमिथेन प्लांट के संचालन में आ रही दिक्कतों के बारे में जाना जाएगा। इसका नियमानुसार निस्तारण किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि अगर एक सप्ताह के भीतर ठेकेदार द्वारा बायोमिथेन प्लांट का संचालन नहीं हो पाया तो वह ठेकेदार का टेंडर निरस्त करने की कार्रवाई करेंगे। दूसरे ठेकेदार से बायोमिथेन प्लांट का संचालन करवाया जाएगा।
मसूरी नगर पालिका द्वारा एक करोड़ रुपये की लागत से एमआरएफ (मटेरियल रिकवरी फैसिलिटी प्लांट) और बायोमिथेन प्लांट का निर्माण कराया गया था। इसमें गीले और सूखे कूड़े का निस्तारण किया जाना है, लेकिन पिछले कई दिनों से बायोमिथेन प्लांट पूरी तरीके से ठप पडा हुआ है।
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बायोमिथेन प्लांट ठप होने से एमआरएफ सेंटर के निचले वाले हिस्से में गीले कूड़े का अंबार लग गया है, जिससे क्षेत्र में गंदगी और बदबू से बुरा हाल है। वहीं क्षेत्र में बीमारी फैलने का भी अंदेशा है। एमआरएफ सेंटर के पास आईडीएच विल्डिंग में करीब 40 परिवार रहते हैं। इन परिवारों का अपने घरों में रहना मुश्किल हो गया है।
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